हालांकि इस बात में कोई शक नहीं है कि एक निश्चित अवधि तक शिशुओं के लिए स्तनपान से बेहतर कुछ भी नहीं होता। फिर भी एक समय के बाद शिशु के विकास को ध्यान में रखते हुए उसे अर्ध ठोस या ठोस आहार देना अनिवार्य होता है। ऐसे में आहार देने की प्रक्रिया की शुरुआत सेरेलक जैसे आहार से की जा सकती है।
तो चलिए आज सेरेलक बनाने की विधि और इसके फायदे जानें।
आज-कल के भागदौड़ वाली जिंदगी में हमें हर चीज पैकेट में चाहिए। यह बात सच है कि आज बाजार में सब कुछ मिल जाता हैं। इससे हमारी तेज रफ्तार जिंदगी को बहुत सहुलियत मिल गई है। मगर जब बात बच्चों की आती है तो उनके स्वास्थ्य से समझौता नहीं किया जा सकता है।आजकल शिशु के आहार में सेरेलक का बहुत चलन हो गया है। इससे सब काम बड़ा आसान हो गया है। बस ढक्कन खोला 4 चम्मच कटोरी में सेरेलक डाला, थोड़ा दूध या पानी मिलाया, हल्का सा पकाया और बस तैयार हो गया बच्चों का झटपट शिशु आहार। मगर जरुरी नहीं है कि हर वो चीज़ जो आसानी से मिल जाए वह पौष्टिक भी हो| इसलिए हम आज आपको घर पर ही सेरेलक बनाने की विधि बताएंगे। ये एक स्वादिष्ट और पूर्ण पौष्टिक शिशु आहार होगा।
सेरेलक बनाने की विधि और रेसिपी
सामग्री
- एक कप रागी
- एक कप बाजरा
- एक कप गेहूं
- एक कप मकई (छोटी)
- एक कप मकई (बड़ी)
- एक कप ब्राउन राइस
- एक कप मूंग दाल
- एक कप चना दाल
- एक भुना चना
- 1/2 कप काजु
- 1/2 कप बादाम
- 10 इलायची के दाने
विधि
- बादाम व काजू को छोड़कर सभी सामग्रियों को रात भर पानी में भिगो के छोड़ दे।
- अगले दिन पानी को निकाल दे और उन्हें अच्छी तरह सूखने के लिए धूप में फैला दें।
- सूख जाने पर इन्हें कड़ाही में हल्का भुन लें|
- अंत में बादाम, काजू, इलायची व भुनी हुई सारी सामग्री को मिक्सी में पीस लें|
- अच्छी तरह पीसकर इसे एयरटाइट डिब्बे में रख लें।
- एक कड़ाही को मध्यम आंच पर गैस पे रखें।
- इसमें दो बड़े चम्मच घर पर बना हुआ सेरेलक डालें और हल्का सा भून लें।
- उसमें एक गिलास पानी डालें और मध्यम आंच पर पकने दे।
- अब उसे दलिया की तरह पकाए।
- हो गया आपका सेरेलक तैयार|
घर पर बने सेरेलक के फायदे
#1. यह घर का बना हुआ सेरेलक हैं तो इसमें सामग्री की गुणवत्ता की गारंटी है और आप अपने बच्चे की पसंद के अनुसार रेसिपी में सामग्री का अनुपात समायोजित कर सकती हैं।
#2. यह शिशुओं का वजन बढ़ाने के लिए भी सबसे अच्छा भोजन है व उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढाता हैं|
#3. यह स्वस्थ आहार स्त्रोत जैसे की अनाज, सुखे मेवे और दालों के संयोजन के साथ आता है। जो शिशु को वह सभी पोषक तत्व देता है जिसकी विकास के चरण में शिशु को बहुत ज्यादा जरूरत होती है।
#4. यह गर्भावती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद होता है। क्योंकि इसमें बहुत अधिक मात्रा में स्वस्थ सामग्री होती हैं।
#5. कई बच्चे एलर्जिक होते हैं| उनको स्टोर से खरीदे हुए शिशु आहार की सामग्री से भी एलर्जी हो सकती है। जब आप घर पर बच्चों का भोजन तैयार करती हैं तो एलर्जी पैदा करने वाले तत्वों से बच सकती हैं और बच्चों के अनुसार भोजन बना सकती हैं।
#6. इस मिश्रण का प्रयोग आप इडली, डोसा, लाडू व केक बनाने में भी कर सकती है और इस तरह से पूरा परिवार इस का आनंद उठा सकता है।
#7. इससे शिशुओं को कब्ज की समस्या भी नहीं होती और बच्चे भी इसको खाने में कोई नखरा नहीं दिखाते बल्कि प्यार से खाते हैं।
#8. इसकी तिथि भी एक्सपाइरी नहीं होती। यह 20 से 25 दिनों के लिए बनाकर प्रयोग कर सकते हैं।
जब बच्चों को माँ के दूध के साथ एक ठोस पदार्थ खिलाने की जरूरत पड़ती है तो सेरेलक इनमें एक सबसे अच्छा विकल्प है। यह घर का बना हुआ सेरेलक अनाज आधारित शिशु आहार है जो बढ़ते बच्चों के विकास और तेज दिमाग के लिए बहुत ही जरूरी है।
Source: WhatsApp
Disclaimer: All information, data and material has been sourced from multiple authors and is for general information and educational purposes only and are not intended to replace the advice of your treating doctor.
The views and nutritional advice expressed are not intended to be a substitute for conventional medical service. If you have a severe medical condition or health concern, see your physician.